✍ हमारी आँखे और सांसे..!!
✍ हमारी आँखे और सांसे..!!
कम्बखत हमारी
आँखे और सांसे
दोनों ही उन्हीं की
तरफदारी करती रहती है
आँखे बंद करूँ तो
पलकों पे वो नज़र आती है
और साँस लू तो महक
उनकी मोहोब्बत की आती है
क्या करूँ कम्बखत ये
मोहोब्बत भी उनके न होने के
बावजूद उनके होने का
एहसास दिलाती रहती है.
हां ये सच है की
उनकी मोहब्बत अक्सर
हमारी आँखों को
सुनहरे सपनों से भरती हैं
सांसो को मोहब्बत की
महक से तर करती हैं
#postiveindia