प्यार की सरगम
प्यार की सरगम
तेरी आँखों में खुद को देखूँ,
तुझे अपना बना लूँ,
क्या इसका हकदार हूँ मैं।
गर हाँ कहे,
न आँधी रोकेगी,
न तूफान मोड़ेगा ।
हवाओं पर चल कर,
तुझ तक आऊँगा,
तुझे अपना बनाऊँगा।
रहे हम एक दूजे के लिए,
रब ने बनाया है इसीलिए,
प्यार की मिसाल बनेगी,
हमारी जोड़ी।
हर लम्हा दास्ताँ बनायेगी,
हमारी जोड़ी,
होगी नहीं जुदा,
तू कभी मुझसे।
क्योंकि मंजूरे खुदा से,
ही मैं मिला तुझसे,
है हमारी जोड़ी,
सबसे जुदा-जुदा।
रहेगी तू मेरी सदा-सदा,
तू ही मेरे जीवन का साज है,
रहा मुझे इस पर हरदम नाज है,
खुशियों में मगन दिल झूमता है।
मंजिल है इतने करीब,
देख मन भी,
तन्हाई का दामन छोड़ता है।
तुम्हारा प्यार ही मेरा श्रृंगार है,
तुमसे ही मेरा सारा संसार है,
तुम मेरे दिल में रहती हो,
अब नहीं जुदा जुदा सी लगती हो।।