करो लाख कोशिश
करो लाख कोशिश
करो लाख कोशिश
दूर जाने की हमसे
मगर जब भी पलटोगी
किताब ज़िंदगी की
उसमें ज़रूर एक पन्ना
हमारा भी होगा ।
करो लाख कोशिश
भूल जाने की हमको
मगर जब भी होंगे
आँखों में ख़्वाब तुम्हारे,
उसमें ज़रूर एक सपना
हमारा भी होगा ।
करो लाख कोशिश
रुलाने की हमको
मगर जब भी होंगे,
आँखों में आँसू तुम्हारे
उसमें ज़रूर एक क़तरा
हमारा भी होगा ।
करो लाख कोशिश
रूठ जाने की हमसे
मगर जब भी खाओगी
ठोकर कहीं तुम,
बढ़ा हुआ हाथ पहला
हमारा ही होगा ।
करो लाख कोशिश
मिटाने की हमको
मगर जब भी नाम होगा
चाहने वालों का तुम्हारे
उस फ़ेहरिस्त में नाम पहला
हमारा ही होगा ।