बचपन
बचपन
पापा मम्मी दोनों हैं अच्छे,
हम तीनों हैं इनके बच्चे,
सेवा करेंगे इनकी जम के
मुरझा जायेंगे फूल सारे ग़म के
पापा मम्मी का दिल अब न दुखायेंगे
ज़िन्दगी में कुछ न कुछ बनके दिखाएंगे
हम तीनों हैं नालायक बच्चे
बनके दिखाएंगे सबको अच्छे
सारी दुनिया को क़दमों में झुकायेंगे
कहते नहीं हम करके दिखाएंगे