पापा जिंदगी बहुत खूबसूरत थी
पापा जिंदगी बहुत खूबसूरत थी
पापा जिंदगी बहुत खूबसूरत थी
जब आपकी उँगलियों की जरुरत थी,
आपकी मुस्कराहट से दिखते थे रास्तें
रास्तों पर गिरकर संभलना मेरी जरुरत थी,
जब मेरे चेहरे पर होती थी शिकन
मेरे माथे को आपके हाथ की जरूरत थी,
पापा जिंदगी बहुत खूबसूरत थी
जब आपकी उँगलियों की जरुरत थी,
आज भी संवार लेता हूँ खुद को परेशानी में
आपकी बातों से ज़िंदगी में शोहरत थी,
दिल के हर पैमाने को जो आँखे नाप लेती थी
वो भगवान है "पिता", जो मेरी ज़िंदगी को झांक लेती थी,
पापा जिंदगी बहुत खूबसूरत थी
जब आपकी उँगलियों की जरुरत थी,