शहीद
शहीद
मुझे गर्व है तुझ पर, मेरे कण कण से तेरा नाता है।
हे देश के सिपाही! देख तेरा साहस, सीना तन जाता है।
जान को रखकर हथेली पर कैसे जंग में कूद जाते हो।
परिवार का न रख ख्याल हँसते-हँसते बलि चढ़ जाते हो।
मेरे लाल मेरी जान देश का मान तो तुमने बढ़ा दिया।
लेकिन तेरी विदाई ने मेरे वक्ष पर एक और घाव लगा दिया।
तुम जैसे जांबाज़ सिपाही दुनिया में विरले ही होते हैं।
जो अपना न रख ख्याल देश के लिए जीवन जीते हैं
तेरी तो थी देश को जरूरत तुमने मुख क्यों मोड़ लिया
देश के गद्दारों के कारण अपना जीवन तुमने क़ुर्बान किया।
बड़ी वेदना से भर जाता मन जब एक भी जवान शहीद होता है।
सब ग़म हल्का कर लेते हैं लेकिन मेरा मन दुःख से लबरेज़ होता है।
देश के सच्चे सपूत उठो मैं तुम को गले से लगा लूँ।
ले लेने दे अपनी बलाएँ आ तुझे अपने दिल में सज़ा लूँ।