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Kalpana Misra

Drama Inspirational

4.8  

Kalpana Misra

Drama Inspirational

जारवा

जारवा

1 min
261


अंडमान के जंगल में, मिला मुझे एक जारवा;

मैंने पूछा उससे, "क्यों रहते हो जंगल में?

न पढ़ते-लिखते, न ढंग से रहते;

कभी जंगल से बाहर निकलो,

पढ़ो-लिखो, ढंग से रहना सीखो।"


कुछ न बोला, कुछ भी न बोला;

देखा और वापस जंगल की ओर चलाI

फिर रोका उसको, पूछा कुछ तो बोलो;

तुम्हारी सुंदर दुनिया! इसको देखूँ ?

क्या सच में है यह सुंदर,

हर चेहरे पे मुखौटा है,

खुद को सभ्य दिखाते हो,

सच में तो हमसे ज्यादा जंगली हो।


नित नये अत्याचार, व्यभिचार,

लूट-खसोट और दुर्व्यवहार;

क्या यही निशानियाँ हैं,

तुम्हारी सभ्यता की?

न बाबा न! तुम्हारी दुनिया से अच्छा

मेरा प्यारा जंगल है,

तुम्हारी स्भ्यता से अच्छा

मेरा जंगली होना।

मैं ठगी-सी देखती रही,

वो जंगल में गायब हो गया।


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