आधार से जोड़ दो
आधार से जोड़ दो
आधार आज भारतीय, नागरिक की पहचान है,
आधार उसकी शान, आधार उसका सम्मान है।
दैनिक जीवन में आधार, मजबूरी बन गया है,
जीवन आधार बिना, जैसे निराधार हो गया है।
चाहे बैंक खाता खोलो, या जीवन बीमा लेना हो,
स्कालरशिप लेनी हो, स्वास्थ्य लाभ लेना हो।
स्कूल में प्रवेश हो, या मोबाईल कनेक्शन,
एलपीजी गैस कनेक्शन, या फिर पेंशन।
चाहे पैन कार्ड, वोटर कार्ड या राशन कार्ड हो,
चाहे मनरेगा, जीवन प्रमाण पत्र या पासपोर्ट हो।
या इनकम टैक्स के, रिटर्न फाइल करने हो,
कहीं आधार से जोड़ना, और कहीं जुड़ना होगा।
धीरे-धीरे आधार, हर सेवा से, जोड़ दिया गया है,
आधार सरकार का, ख़ास हथियार बन गया है।
आधार से हर जिंदगी पर, नियंत्रण बढ़ रहा है,
पता नहीं, ख़ुशी और, गम का क्या चल रहा है।
ख़ुशी को मोबाइल, प्लान से जोड़ दिया जाता,
रीचार्ज से अनलिमिटेड, का प्लान मिल जाता।
इंसान के गम को, आधार से जोड़ दिया जाता,
जिन्हें मिल चुका उन्हें, दोबारा ना मिल पाता।