सूरज बाबा
सूरज बाबा
1 min
7.1K
सूरज
किसी मेहनतकश बाप की तरह
पिघलता हुआ लगता है कभी
कभी गुस्से में
आग बबूला भी
शाम ढले बिल्डिंगों के
पीछे से डूब भी जाता है
कोई होगा उसका
जो इंतज़ार करता होगा
बस लौट नहीं पाता
मेहनतकश बाप ही
तयशुदा वक़्त पे
ऑफिस
से
घर