मेरी प्यारी बेटी है वो
मेरी प्यारी बेटी है वो
घर के हर आंगन कोने में
अपनी किलकारियाँ बिखेरती है जो,
अपनी पायल की मधुर छनकार से,
अपनी मौजूदगी का एहसास कराती है वो,
घर में सबकी लाडली है जो,
मेरी प्यारी बेटी है वो।
जब भी खिलखिलाकर मुस्कुराती है,
मानो हर और ख़ुशियाँ बिखेर जाती है।
हर काम-काज में हाथ बंटाती है जो,
अपने आंसूओ को अक्सर छुपा लेती है वो।
मेरी ख़ुशी और मेरी शान का का हिस्सा है जो,
मेरी प्यारी बेटी है वो।
बेटा है अगर एक कुल का दीपक
तो दो-दो घरो का मान-सम्मान है वो।
एक घर में पैदा होकर भी
दो-दो घरों को जोड़ती है वो।
दूर हो या पास मेरी फिकर करती है जो,
मेरी प्यारी बेटी है वो।
रोते हुए बचपन को गुदगुदाती है जो,
दिल के रिश्ते को जोड़कर बांधे रखती है वो।
अपने पैरों पर खड़े होकर
दूसरो को भी सहारा देती है वो,
हर घर के लिए लक्ष्मी का रूप है जो,
मेरी प्यारी बेटी है वो।