तेरे लिए...
तेरे लिए...
कुछ लफ्ज़ सजा लूँ तेरे लिए
या ख़्वाब चुरा लूँ मैं
तेरे लिए दुआएं करूँ
ये जहाँ छुपा लूँ मैं|
नगमे बजा दूँ तेरे लिए
या गीत लिख दूँ कोई मैं
तेरा सजदा करूँ सदा
खुद को भुला दूँ मैं|
शामें महका दूँ तेरे लिए
या चंदा उतारूँ मैं
तेरे एहसासों मैं साजन
पलकें बिछा दूँ मैं|