संत ईशान के दोहे
संत ईशान के दोहे
देख कबीरा तेरी धरती कैसे राग सुनाये।
मैं गाऊँ दोहे आपके जो पापी जग सिखाय।।
गुरु गोविन्द दोनों खड़े काके लागू पाए।
मैं पग लागू गुरु देव के जेणे मार्क्स दिलाये।।
मेरी कापी देख के दिए गुरूजी रोय।
फिर भी बेटा लेक्चर में पीछे बैठ के सोय।।
कल करे सो आज कर, आज करे सो अब।
सबमिशन का टाइम है अब लगे पड़े है सब।।
कहत ईशान सुनो जी भैय्या ऐसा कलयुग आएगा।
डीयू ले जाएगी प्लेसमेंट तू मैक में फक्के खायेगा।।
बुरा जो बोलन तू चल्या बुरा ना मान्या कोय।
फेसबुक पे कुछ लिखा तो साले मुझसे बुरा ना कोय।।