शर्म के मारे मर गये वो
शर्म के मारे मर गये वो
वो जुल्म पे जुल्म
ढाते गए,
हम बस उनकी
नजरों में देखकर
मुस्कराते गए,
शर्म के मारे
मर गए वो,
ज़ब पता चला की
उनके आँखों का आँसू
हम अपनी आँखों से
बहाते गए !
अब तो
दिल भी बोलने लगा कि ,
मत कर
किसी से इतना प्यार,
जो
बात तक नहीं करता,
वो
मोहब्बत क्या करेगा,
खुद को
समझाकर हम वफ़ा
निभाते गये,
अपनी ही नजरों में
खुद को
गिराते गए,
शर्म के मारे
मर गए वो,
ज़ब पता चला की
उनके आँखों का आँसू
हम अपनी आँखों से
बहाते गए !
वो जुल्म पे जुल्म
ढाते गए,
हम बस उनकी
नजरों में देखकर
मुस्कराते गए!