वक़्त
वक़्त
1 min
6.9K
वक़्त ने है मिलाया मुझे और तुझे कहीं --
ना जाने फिर कब होगी मुलाकात हमारीI
*
जिन्दगी भर ना सही दो पल ही सही --
बातें कर लो मीठी मीठी प्यारी प्यारी सी I
नहीं करुंगा परेशान मैं तुझे कभी जिन्दगी में --
कर दो मेरी छोटी सी तम्मना को पूरी I
*
और क्या चाहिये मुझे इस दर्द भरे लम्हो में--
खुशयों से भर जायेगी जब जिन्दगी मेरी I
*
बहुत मुश्किल होता है तन्हा सी
रातों को काटना -
एक ख्वाव बनकर आना, नींद भी मीठी सी आयेगी I
--- रमन शर्मा ।