इंतजार
इंतजार
दो पल फुर्सत मिले तो
झाड़ लेना गर्द यादों से
धुंधला ही सही
शायद कुछ अक्स नजर आ जाए
है फैलाए बाँहे खड़ा
कोई शख्स नजर आ जाए।
दो पल फुर्सत मिले तो
झाड़ लेना गर्द यादों से
धुंधला ही सही
शायद कुछ अक्स नजर आ जाए
है फैलाए बाँहे खड़ा
कोई शख्स नजर आ जाए।