माँ नहीं होगी तो क्या होगा
माँ नहीं होगी तो क्या होगा
माँ होगी तो ज़मी होगी,
माँ होगी - आसमां होगा,
मैं जिस्म- माँ जान
माँ होगी तो क्या होगा ?
माँ दिनभर काम पर थकी होगी
मैं उनका पैर दबाउंगी
माँ रात भर जगेंगी मेरे लिए
मैं चैन से सो जाऊँगी।
ज़रा सोचो,
जिस माँ के पैरों में जन्नत है
उसके सर का मुकाम क्या होगा ?
जिस माँ में रब और रब में माँ,
तब माँ होगी तो क्या होगा ?
माँ प्यार करेगी,
माँ दुलार करेगी,
माँ खुशियों से आबाद करेगी,
माँ दिल होगी,
माँ जान होगी,
जब माँ होगी तो क्या होगा ?
माँ आज बनी - मैं कल,
माँ कल - मैं आज,
माँ माँ बनी - मैं बेटी,
माँ रब - मैं माँ।
ज़रा सोचो,
जिस माँ का अर्थ ही इतना गहरा हो,
उस माँ की ममता का सार क्या होगा ?
जब माँ रब से ज्यादा प्यारी हो,
तब माँ होगी तो क्या होगा ?
माँ होती - मैं होती,
माँ सोती - मैं रोती,
माँ जागती - मैं हँसती,
माँ लड़ती - मैं अकड़ती,
माँ होती - सब होता,
माँ होती - रब होता,
माँ मुझमें होती,
मैं खुद में,
माँ रब में होती,
मैं माँ में,
माँ नहीं तो कुछ नहीं,
माँ से ही सारा जग हसीं
ज़रा सोचो,
माँ नहीं होगी तो क्या होगा...?