ज़िन्दगी को जीना आ गया
ज़िन्दगी को जीना आ गया
हवा के साथ बहना आ गया,
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।
मुश्किलों में संभलना आ गया
हर दर्द हँस के सहना आ गया,
गम में भी मुस्कुराना आ गया
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।
आँखों को पढ़ना आ गया
हर धोखे को समझना आ गया,
सच और झूठ परखना आ गया
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।
लोगों को पहचानना आ गया,
मुखौटों के पीछे छिपे उन
चेहरों को देख पाना आ गया,
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।
भरी महफ़िल में तन्हा रहना आ गया
तन्हाई में भी समा बांधना आ गया,
अपने मन को बहलाना आ गया
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।
बदलते मौसमों के साथ बदलना आ गया
वक़्त के इशारों को समझना आ गया ,
ख़ुशी या गम, ज़िन्दगी को अपनाना आ गया
मुझे, ज़िन्दगी को जीना आ गया।
हवा के साथ बहना आ गया,
मुझे ज़िन्दगी को जीना आ गया।