अनुराग
अनुराग
अनुराग तो है जैसे संगीत का मधुवंती राग
बस आलापते ही रहें प्यार का यह मधुर राग
उस का निवास जैसे दिल का जादुई चिराग़
मन में प्रज्वलित होती है मिलन की शीतल आग
दिलरुपी फूल के मध्य में बसा हुआ सुंदर पराग
आंखों के इशारे से मिलता एक सुमधूर सुराग
अनुराग बगैर का जीवन जैसे हो संगीत बेराग