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Krishna Sajnani

Drama

4.0  

Krishna Sajnani

Drama

माँ

माँ

1 min
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तेरा अथक प्रयास,

तेरा एक एक श्वास,

है उसमें ईश्वर का अहसास,

याद रखूँगा हर बात तेरी जब तक मुझमें है साँस||


तेरा हसाना तेरा रुलाना,

याद आएगा जब दिल होगा बेगाना|

शायद तू न रहेगी,

तेरी एक एक बात ज़हन में समाई रहेगी,

इज़्ज़त है तेरी हमारे दिल में इतनी

हल्की सी चोट तुझे दिल को रुला देगी||


तेरा यह अहसास है बहुत खास,

कभी न बुझेगी तेरी सही या गलत बताने की प्यास,

एक दिन जब दुनिया लेगी मेरा नाम

तब पूरी होगी तेरी आस|

तू रहेगी या नही माँ,

यह तोह सिर्फ ईश्वर जाने

मैं बस इतना जानता हूँ,

कि तब कानों में मेरे गूँजेगी तेरी आवाज़||


ना होगा तेरा नाम,

ना होगा मेरे गुरुजनों का नाम,

यह कैसा है सृष्टि का काम|

तेरा मोल है मेरे जीवन में इतना,

कि तेरे बिना अधूरी है मेरी शाम||


तू कभी न होने देगी मेरे आत्म-विश्वास को राख,

बड़ा प्यारा लगता है तेरा टोक-टाक|

धन्यवाद देता हूँ मैं ईश्वर को,

तेरे मेरे रिश्ते के लिए जो है बहुत पाक||


हे माँ, लोग तेरा स्वार्थरहित दिल क्यों तोड़ते है,

स्वार्थ से परे, अपना मुख क्यों मोड़ते है|

तेरा साफ दिल तोह फिर भी उन्हें माफ़ कर देता है,

पर ईश्वर उन्हें इसके लिए कभी नहीं छोड़ते हैं||


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