दोष हमारा है
दोष हमारा है
वक्त की जरूरतों के साथ बदल जाते हैं लोग
हम जो नहीं बदले तो इसमें दोष हमारा है।
रिश्तो को कपड़ों की तरह बदलने लगे हैं लोग
हम रिश्तों को अहमियत देते हैं
नहीं बदले जो हम तो इसमें दोष हमारा है।
छोटे छोटे रास्तों को चुनकर
झूठ के सहारे लोग जीत हासिल करते हैं
हम लंबी और सच्चाई की राह पर
चल रहे हैं तो इसमें दोष हमारा है।
कोई हार कर भी जीतने की खुशी
मनाये तो हम क्यों परेशान हो,
हम जीतकर भी हारने की
खुशी मना लेते हैं तो इसमें दोष हमारा है।