मैंने देखा है
मैंने देखा है
मैंने देखा है, प्रकाश को
संघर्ष करते हुए
प्रकाश में प्रकाश से
प्रकाश लड़ते हुए ।
मैंने देखा है, अंधकार को
शांत सरल सा
न तम से न प्रकाश से
उलझते हुए ।
मैंने देखा है, प्रकाश को
उन्मादित सा
एक किरण से ही
बिखरते हुए ।
मैंने देखा है, अंधकार को
एकदम गंभीर
रौशनी की हर एक किरण को
सहते हुए ।
मैंने देखा है, प्रकाश को
हौंसलों को
एकाएक आसमान पर
चढ़ाते हुए ।
मैंने देखा है, अंधकार को
हर स्थिति में
मजबूत, अडिग, आत्मनिर्भर
बनाते हुए ।
मैंने देखा है, प्रकाश को
एक हार पर
सकल जगत में आंसू
बहते हुए ।
मैंने देखा है, अंधकार को
सदैव से ही
किसी भी स्थिति में
दर्द छुपाते हुए ।
मैंने देखा है, प्रकाश को
विभिन्न रूप
रंग आकर आदि को
दिखाते हुए ।
मैंने देखा है, अंधकार को
ऊंच नीच छोटी बड़ी
हर दीवार को
मिटाते हुए ।