मेरे नूरे नज़र
मेरे नूरे नज़र
ऐसे भर जाम को तू नशा दे गई
ऐसे भर जाम को तू नशा दे गई
मेरे अधरों की प्यास और बढ़ने लगी
मेरे अधरों की प्यास और बढ़ने लगी
खींच बांहों में तुझको ऐसा भरा
खींच बांहों में तुझको ऐसा भरा
तू छिटक के जो हटी मज़ा आ गया
मेरे नूरे नज़र
मेरे नूरे नज़र तेरा इतना असर
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
होश ही होश में थोड़ा रोश में
आके तू मुस्कुराई मज़ा आ गया
मेरे नूरे नज़र तेरा इतना असर
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
खाली पैमाने से थी जाम की किरकिरी
खाली पैमाने से थी जाम की किरकिरी
प्यास ही प्यास थी मेरे तन में भरी
प्यास ही प्यास थी मेरे तन में भरी
आज मयखानों में इश्क के गाँव में
आज मयखानों में इश्क के गाँव में
तलब घिर के आई मज़ा आ गया
मेरे नूरे नज़र तेरा इतना असर
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
ज़ाम ऐसा भरा हम फिदा हो गए
तूने ऐसी पिलाई मज़ा आ गया
मेरे नूरे नज़र तेरा इतना असर
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
मैं हुआ बेखबर कि मज़ा आ गया
प्यास तन की बुझी जो अधरों से जली
प्यास तन की बुझी जो अधरों से जली
मस्ती बांहों में छाई मज़ा आ गया
गाने की धुन का नाम -
मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
फ़िल्म का नाम - बादशाहो