नए किस्से
नए किस्से
हर चेहरे को गौर से देखो
छुपी हैं अनसुनी कहानियाँ
हँस के रोना, रो के हँसना
जीवन की कुछ निशानियाँ
हर दिन इक नयी मंज़िल
इक तमन्ना दिल में है
हर दिन करना है कुछ हासिल
यह निश्चय मन में है
हर दिल में झाँक कर देखो
मौजूद हैं अनदेखे पन्ने
इक बार शब्दों को पढ़ कर तो देखो
तभी तो तुम लिखोगे कुछ नए किस्से।।