जीवन
जीवन
किसने कहा कि हमे गम नही,
हँसते हैं हम, कभी आखे नम नही.
यह तो सब दिखावट हैं हमारी,
बुराई की दुनिया से शिकायत हैं हमारी.
जीते हैं ज़िंदगी जो हैं मिलावट वाली,
इतना होने के बाद भी ना आए मौत साली.
उठे, गिरे फिर उठ चलना हैं,
जीवन जो मिला हैं दोस्तों तो बस जीना हैं...!