एक मुलाकात ...
एक मुलाकात ...
मैं अनगिनत कमजोरियों को
जानती हूँ जो मुश्किलों से घबराती हैं
पर ये बात किसी से कहती नहीँ हैं
कई घबराहटों ने
पिया है गटगट कर पानी एक साँस में
औऱ मुश्किलों को लगाकर किनारे
सोचा कुछ रास्ते
हल करने के लिए
हथियार की नहीँ
बस एक मुलाकात की
ज़रूरत होती है !!!