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Gantantra Ojaswi

Others

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Gantantra Ojaswi

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*आशाओं का नया वर्ष *

*आशाओं का नया वर्ष *

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मैं विहर्ष हूँ, मैं प्रकर्ष हूँ,

संघर्षों में विजय हर्ष हूँ ||

आसमान छूने की हिम्मत,

*आशाओं का नया वर्ष हूँ ||*


दिग्-दिगन्त में फैल रहे हैं,

भीषणता के परमाणु,

काल खड़ा है मुँह फैलाये,

खाने जग के बीजाणु ||

विध्वंसों के पैर उखाड़े,

उल्लासों का नव विहर्ष हूँ |

*आशाओं.......*


वातायन से गन्ध पवन ने,

आकर आलस जीत लिया है,

निर्माणों की गाथाओं ने

मन को नव परिवेश दिया है ||

उत्साही उस युवा जोश को,

चिन्तन का मैं नव-विमर्श हूँ ||

*आशाओं....*


विश्वास, धैर्य, साहस का संबल

उत्थान-पतन का निर्धारक |

पाखण्डों के चक्रव्यूह को,

तोड़ सके अर्जुन - बालक ||

दुःशासन भी काँपे थर-थर,

अभिमन्यु का प्रतिदर्श हूँ ||

*आशाओं......*


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