बावरा मन
बावरा मन
क्यों तुझे देखने को नयन मेरे हर पल तरसे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों तड़पे रे
क्यों तुझे पाने को मन मेरा हर पल तड़पे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे
तुझसे प्यार है मुझे क्यों तुझसे ये कहने को तरसे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे
क्यों हर पल तुझे खो देने का एहसास मेरे मन को डरा जाए रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे
दूर ही सही दिल के पास रहो तुम
ये बातें तुमसे कहने को तरसे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे
एक एहसास से बंधे हमारे रिश्ते को
क्यों नाम देने को तड़पे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे
क्यों तुझे देखने को नयन मेरे हर पल तरसे रे
बावरा सा मन मेरा न जाने क्यों भटके रे