हज़ार टुकडे, दिल के
हज़ार टुकडे, दिल के
दिल के हज़ारो टुकडे हो कर,
चारो ओर बिखर गए।
कुछ टुकडो को मैने दफना दिया,
कुछ तेरी राह देखते हुय पिगल गए,
कुछ पूरानी सुनहरी यादों की,
तलाश मे गुम हो गए।
पर शायद, कुछ तुम्हारे पास पहुंच जाएंगे,
उन्हें जला के राख कर देना,
अगर मेरे पास लौटेंगे, तो कमबख्त ,
फिर दुख के आसु रोएंगे।