नए ज़माने का लेखक
नए ज़माने का लेखक
कल एक अजीब शख्स से मुलाक़ात हुई,
अजीब ही था वो !
जिसने कलम पकड़ ठान ली लिखने की,
पर ना झोला लिया, ना बढ़ायी दाढ़ी,
ना महफ़िलें सजाई,
ना मजलिसें जमाई।
बस एक बंद कमरे में बैठ गया,
और घिसने लगा क़लम,
कुल जमा उसके पास है,
एक ५ इंची दिमाग़ी-फोन,
इंटर्नेट का द्रुतगति कनेक्शन,
और १०० जी.बी. का डेटा पेक।
कहते हैं की उसके ट्विटर पर १० लाख
और इंस्टा पे २० लाख अनुगामी हैं,
फ़ेसबुक पर जुड़े हैं दोस्त अनगिनत,
कभी कोई रूबरू नहीं हुआ उससे,
शायद जरूरत ही नहीं समझता कोई,
उसका ट्विटर और इंस्टा का हैंडल,
उसकी फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल ही
उसकी पहचान और पूँजी है।
क्या तुमने देखा है,
उसकी नवीनतम कविताओं का यूट्यूब विडिओ,
जो कि जबरदस्त ट्रेंडिंग में है इन दिनों,
सुनने में आ रहा है कि,
धराशाही कर देगा वो सारे कीर्तिमान।
जो भी है, जैसा भी है,
मुझे तो बड़ा ही अजीब लगा वो,
तुम्हे भी लगे अजीब,
शायद,
चहारदीवारी में बंद,
५ इंची दिमाग़ी-फोन से चिपका बैठा,
ये नए ज़माने का एक लेखक-कवि।