Amit Mall
Inspirational
वक़्त
समंदर बने
या सैलाब
लहरों के साथ
थपेड़े पर
उड़ कर भी
नहीं डूबुंगा
तैरूँगा
तिनके की तरह
मन
बेपरवाह
तराशना
पुल
रहम कर
मुस्कराता बहु...
अखबार नवीसों ...
लिखना
बहाव के साथ
लोग
जो इश्क़ तेरा रूहानी है और दिल में है सच्चाई, तो न खुदा अलग है तुझसे न तेरे इश्क़ से खुदाई... जो इश्क़ तेरा रूहानी है और दिल में है सच्चाई, तो न खुदा अलग है तुझसे न तेरे इश्क़...
दुष्ट का ही अन्त कर दो, परन्तु अब- मूक मत बनो.........। दुष्ट का ही अन्त कर दो, परन्तु अब- मूक मत बनो.........।
आतंक मिटे इस धरती से मिलकर कुछ ऐसे काम करो। आतंक मिटे इस धरती से मिलकर कुछ ऐसे काम करो।
जीवन की अंतिम श्वास तक ऋणी रहूँगा हर सांस मे माँ तेरा नाम जपूँगा........। जीवन की अंतिम श्वास तक ऋणी रहूँगा हर सांस मे माँ तेरा नाम जपूँगा........।
हाथों में कितनी ताकत है, ये दुनिया को समझाएंगे। हाथों में कितनी ताकत है, ये दुनिया को समझाएंगे।
होते हैं वो ऐसे मसीहा कि उन्हें देखे तो कफ़न में मौत भी रुक जाती। होते हैं वो ऐसे मसीहा कि उन्हें देखे तो कफ़न में मौत भी रुक जाती।
पृथ्वी है माता हम सबकी, उसे बंजर ना बनाओ... पृथ्वी है माता हम सबकी, उसे बंजर ना बनाओ...
राह चलकर आ जाएगी अपने अटल विचारों से। राह चलकर आ जाएगी अपने अटल विचारों से।
देबू नाही भोटवा त का करबू गोरिया। देबू नाही भोटवा त का करबू गोरिया।
मैं आशा की इन्हीं घुमावदार सीढ़ियों के सहारे तुम तक, तुम तक मेरी आकांक्षाओं...मैं अवश्य पहुँचुगी मैं आशा की इन्हीं घुमावदार सीढ़ियों के सहारे तुम तक, तुम तक मेरी आकांक्षाओं...मैं...
मौत आये तो आये मंज़िल पाए बिना कोई आराम नहीं। मौत आये तो आये मंज़िल पाए बिना कोई आराम नहीं।
माना कि मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं, जीत होगी अपनी, अपने मुक़द्दर के हैं हम बादशाह... माना कि मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं, जीत होगी अपनी, अपने मुक़द्दर के हैं हम बा...
राहों में काँटे तो होंगे, लेकिन अपने पथ पर निरन्तर बढ़ते चलो... राहों में काँटे तो होंगे, लेकिन अपने पथ पर निरन्तर बढ़ते चलो...
तलाशते हैं कोई ऐसी राह मिले, जिसपर चल कर सुकून-सा महसूस हो... तलाशते हैं कोई ऐसी राह मिले, जिसपर चल कर सुकून-सा महसूस हो...
मैं उसे ही अपना प्रण लूँगा, जीने का नहीं मरने का हर क्षण वचन लूँगा... मैं उसे ही अपना प्रण लूँगा, जीने का नहीं मरने का हर क्षण वचन लूँगा...
आशा नहीं विश्वास है हाथ में अपने, मैं पाऊँगा; एक न एक दिन, कुछ न कुछ करके दिखाऊँगा... आशा नहीं विश्वास है हाथ में अपने, मैं पाऊँगा; एक न एक दिन, कुछ न कुछ करके दिखाऊ...
दिल खोल के मिलें तो बात बन सकती है। दिल खोल के मिलें तो बात बन सकती है।
कोई भूखा रहता है खाना न मिलने से, कोई भूखा रहता है पेट बढ़ जाने से... कोई भूखा रहता है खाना न मिलने से, कोई भूखा रहता है पेट बढ़ जाने से...
मस्तिष्क तो भगवान ने, सभी को दिया है, प्रतिदिन उसमें अनेक विचार आते होंगे... मस्तिष्क तो भगवान ने, सभी को दिया है, प्रतिदिन उसमें अनेक विचार आते होंगे...
हस्त उठा आकाश में वे करते दुआ संसार भी जानता है। हस्त उठा आकाश में वे करते दुआ संसार भी जानता है।