मुमकिन
मुमकिन
किसी के आने से ज़िन्दगी संवर जाये ,
मुमकिन है।
किसी का जाना हमे रुला जाये,
मुमकिन है।
रूठ जाना किसी का हमे तड़पाये,
मुमकिन है।
मोहब्बत जिससे सच्ची हो
दूर जाने का ख्याल भी उसका,
हमे डरा जाये
मुमकिन है।
दूर जब वो हो हमसे
यादें उसकी,
हर पल सताये
मुमकिन है।
पर रूठ जाने से किसी के
चले दूर जाने से किसी के
खो जाने से किसी के
ना मिलने से किसी के
ज़िन्दगी रुक जाये !
मुमकिन नहीं ।