वक्त
वक्त
जब वक्त हर वक्त ,
अतीत ही प्रतीत होता है ।
जीवन का अंत,
निराशाओं का उदय होता है ।
जब काली रात भी,
चांदनी का एहसास कराती है।
तब आंखों का धुंधलापन हटता है।
और जीवनोदय के साथ ही,
आशाओं का सूरज उगता है।
जब वक्त हर वक्त ,
अतीत ही प्रतीत होता है ।
जीवन का अंत,
निराशाओं का उदय होता है ।
जब काली रात भी,
चांदनी का एहसास कराती है।
तब आंखों का धुंधलापन हटता है।
और जीवनोदय के साथ ही,
आशाओं का सूरज उगता है।