Shailaja Bhattad
Inspirational
हालचाल पूछकर, वक़्त जाया ना करो;
दिल से कद्र करो, इरादों से पाक रहो;
खुद पारस बन, सबको पारस कर दो।
इंद्रधनुष
दुर्गा माता
श्री राम
माँ जगदम्बा
होली
भक्त वत्सल रा...
बसंत पंचमी-1
वसंत पंचमी
पाँचवें दिन मां स्कंदमाता पूजन, छटे दिन मां कात्यानी पूजन का संदेशा लाया, पाँचवें दिन मां स्कंदमाता पूजन, छटे दिन मां कात्यानी पूजन का संदेशा लाया,
हाँ यही रस्ता है तेरा तूने अब जाना है , हाँ यही सपना है तेरा तूने पहचाना है। हाँ यही रस्ता है तेरा तूने अब जाना है , हाँ यही सपना है तेरा तूने पहचाना...
नव प्रभा भोर हो नव तरंग शोर हो नव सुधा नीर की नव प्रयास धीर की। नव प्रभा भोर हो नव तरंग शोर हो नव सुधा नीर की नव प्रयास धीर की।
गिरकर संभलने का नाम ही तो है जिंदगी खुद को समेटने का नाम ही तो है जिंदगी गिरकर संभलने का नाम ही तो है जिंदगी खुद को समेटने का नाम ही तो है जिंदगी
आसमान की सीमा को छूने के लिए मैं परिंदा बन उड़ चला आसमान की सीमा को छूने के लिए मैं परिंदा बन उड़ चला
समर्पण धरा को सींचने की, मिट्टी बन कर रह गए समर्पण धरा को सींचने की, मिट्टी बन कर रह गए
मेरी टूटी घड़ी जो बन्द हुई, मेरे मैले कपड़ों की सिकुड़न, मेरी टूटी घड़ी जो बन्द हुई, मेरे मैले कपड़ों की सिकुड़न,
आज करना है अभी ये सोच ले तोड़ जंजीरे मिटा सब फासले. आज करना है अभी ये सोच ले तोड़ जंजीरे मिटा सब फासले.
खुशियाँ भी सबके नसीब में नहीं होती, कुछ तो दूसरों की ख़ुशी का ध्यान रखते हैं, खुशियाँ भी सबके नसीब में नहीं होती, कुछ तो दूसरों की ख़ुशी का ध्यान रखते हैं,
खिले वसंत ऋतु जब भी सदा ये प्रकृति सारी मुस्काती है खिले वसंत ऋतु जब भी सदा ये प्रकृति सारी मुस्काती है
उमड़े जितने भाव, भोर भी दिखती संध्या उमड़े जितने भाव, भोर भी दिखती संध्या
कल, कल में कब बीत गया ना खबर लगी ना एहसास हुआ कल, कल में कब बीत गया ना खबर लगी ना एहसास हुआ
नित निरंतर नव युग मर्यादा मूल्यों के नैतिकता पथ का दिग्दर्शक प्रकाश।। नित निरंतर नव युग मर्यादा मूल्यों के नैतिकता पथ का दिग्दर्शक प्रकाश।।
सामना करो समस्या सुलझेगी, भागोगे तो और उलझेगी। सामना करो समस्या सुलझेगी, भागोगे तो और उलझेगी।
जीवन को जीवन से जोडते हुए एक मशाल जलाते हैं। जीवन को जीवन से जोडते हुए एक मशाल जलाते हैं।
छात्रों के चेहरों पर मुस्कान लाया, शिक्षा सत्र का पहला दिन आया, छात्रों के चेहरों पर मुस्कान लाया, शिक्षा सत्र का पहला दिन आया,
शिव नारायण ब्रह्म त्रिदेव संपूर्णता की साहस शक्ति जैसा शिव नारायण ब्रह्म त्रिदेव संपूर्णता की साहस शक्ति जैसा
खुद अंधेरे में रह कर जो कर दे दूसरों को रोशन हर पल ऐसा रहबर ढूंढा। खुद अंधेरे में रह कर जो कर दे दूसरों को रोशन हर पल ऐसा रहबर ढूंढा।
सफेद रंग, है इमानदारी का प्रतीक, भ्रष्टाचार मुक्त, समाज का चिन्ह। सफेद रंग, है इमानदारी का प्रतीक, भ्रष्टाचार मुक्त, समाज का चिन्ह।
बादलों में चांद की तरह छुपता - निकलता है बारिश के पानी में कागज़ की नाव बन तैरता है बादलों में चांद की तरह छुपता - निकलता है बारिश के पानी में कागज़ की नाव बन तै...