उनसे महुब्बत
उनसे महुब्बत
मिलता हूं जो हर बर उनसे वो बेतहाशा हसीन लगते हैं
लफ़्ज़ों से कुछ बातों का इज़हार मुमकिन नहीं शायद
हां इसलिए वो आंखों से बात करते हैं ।
एक तलाब एक ख़्वाहिश रहती है उन्हें एक बार देख लेने की,
हर वक़्त उनके पास रहने की
वो जो मुस्कुराएं तो कितने दिलकश लगते हैं
वो जो पास आंए तो दिल को करार आता है ।
हर अदा कितनी मासूम सी जेसे हया का नूर हो चहरे पर
हर लफ्ज़,हर हर्फ़ से वफा की खुशबू आती है
उनके होंठों पर मेरा नाम आना इस दिल के लिए इनायात सी लगती है ।
कुछ और खूबसूरत यादों के सिरहाने ,
कुछ और बेहतर वक़्त की ख़्वाहिशें में,
हर सांस को उनके नाम पर जीने का मन करता है ,
हर पहर हर शब बस उनकी यादों में ज़िन्दगी गुजार ने का दिल करता है।
भुला दे ज़िन्दगी हर ग़म हर दर्द सीने से वो जो हस कर गले लगा लें हमें
मिटा दें ये आंखें गुज़रे हुए वक़्त धुंधली तस्वीरें वो अपनी नज़रों से एक बर देखलें हमें।
उनकी खुशीयों से महुब्बत होने लगी है हमे हर पल हर लम्हा उनके तसव्वुर गुज़र ने लगा है
बस ज़िन्दगी भर उनका बन कर जीने को मन करता है।