जो हुआ सो हुआ
जो हुआ सो हुआ
जो हुआ सो हुआ
क्यों रखें मन में गिला
ठीक है अब हो गया
जो हुआ सो हुआ
कोई था दिल को अजीज़
कुछ हमारी आरज़ू थी
वो नहीं उतरा खरा
जो हुआ सो हुआ
गलतियाँ होती है सबसे
हमसे भी शायद हुई हो
क्यों कहें उसे बेवफ़ा
जो हुआ सो हुआ
आज उसको भान है
मानता है भूल थी
मानी उसने है ख़ता
जो हुआ सो हुआ
आ गया वो लौट कर
माफ़ कर तू भी उसे
अपना तो अपना रहा
जो हुआ सो हुआ।