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Rohit Verma

Classics children stories children others

5.0  

Rohit Verma

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बचपन के कुछ पल

बचपन के कुछ पल

1 min
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"वो बचपन गया तो गया कहा

जब दो रुपए का सिक्का लेकर स्कूल जाते थे"

"उन्हीं पैसों से खुशी - खुशी छोले - कुल्चे खाते थे"

"स्कूल से घर आकर मां के हाथ की अलग अलग तरह के पकवान और गर्म - गर्म रोटियां खाते थे"

" स्कूल से आकर जल्दी - जल्दी भागादौड़ी में ट्यूशन जाने की तैयारी मे लग जाते थे"

" दोस्त मिलकर खिचड़ी पकाते थे"

"आमी के पेड़ पर चढ़ कर कच्ची आमिया खाते थे"

"छोटी- छोटी बातो पर गलतियां कर जाते थे"

"रोज शाम को टेलीविजन पर

शक्तिमान को देखकर खुश हो जाते थे"

"पापा आ रहे सुन कर डरकर जल्दी सो जाते थे"

"आज भी इसी तरह बचपन में खो जाते थे"


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