अखंड भारत
अखंड भारत
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मोदी जी सा नेता है जहाँ,
अभिनंदन सा पुत्र वीर,
है उस मिट्टी मे जूनुन ऐसा,
है जोश पाने को जीत,
है हौसले बुलंद जहाँ,
परास्त ना हो कोई भी वीर,
दे ललकार जो कोई यहाँ,
ना लौट पाए बिना कटे सिर,
चौड़ी छाती सीना ताने यहाँ,
खड़ा है हर एक जवान वीर,
आकाश पाताल भूमि यहाँ,
आरक्षित करे हुए है वीर,
ना हो कोई देश भारत जैसा,
जहाँ एकता से जुड़े है सैकड़ों दिल।