पुरुष प्रधान संस्कृति में अपने अधिकारों के लिए लड़ना ही जैसे फेमिनिज़्म हो गया है। पुरुष प्रधान संस्कृति में अपने अधिकारों के लिए लड़ना ही जैसे फेमिनिज़्म हो गया है।