वो लड़की
वो लड़की
सड़क पर भीड़ जमा थीं। इंस्पेक्टर विशेष की गाड़ी वहाँ पर आकर रुकी। किसी ने उन्हें फोन करके यहां बुलाया था। विशेष ने भीड़ को हटाया तो उसे एक लड़की बेहोश अवस्था में मिली। उसको अस्पताल भिजवा कर इंस्पेक्टर विशेष ने आस-पास देखा तो उसे कुछ भी नहीं मिला।
अब बस इंतज़ार था उस लड़की के होश में आने का ताकि वो अपने बारे मे कुछ बता सके। लड़की को होश आया तो पता चला कि वो एक मूक बधिर थीं। अब एक अध्यापक को बुलाया गया जो इस परेशानी से जूझ रहे बच्चों की सांकेतिक भाषा समझती थीं।
जब उन्होंने उस लड़की से बात की तो पता चला कि उस लड़की का नाम प्रियांशी हैं और वो किसी अनजान आदमी से डर कर भाग रही थीं। उसका परिवार किसी छोटे से गांव में रहते हैं। वो यहां पर एक नौकरी की तलाश में आई थी।
वो आदमी उसे एक जगह छोड़कर भाग गया। फिर उसके पीछे कुछ गुंडे पड़ गए जिनसे बचकर भागते हुए वो बेहोश हो गई थी।
जब उससे पता चला कि उसे अपने घर पता मालूम नहीं था। अब विशेष ने वेश्यावृत्ति में लिप्त लोगों को पकड़ा जिसमें वो आदमी भी था जो प्रियांशी को उस रास्ते पर अकेला छोड़ कर भाग गया था। उसे इस तरह बेचने वाले और कोई नहीं बल्कि उसके माँ बाप थे।