Vimla Jain

Action Crime

4.3  

Vimla Jain

Action Crime

उसके साम्राज्य का अंत

उसके साम्राज्य का अंत

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शैली पात्र परिचय

एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग खूंखार से नम्र बनने का दिखावा करते हैं लोग।

यह कहानी है एक ऐसी लड़की की जो अपने मन में अपने कामों में बहुत ही खूंखार थी और अपने मकसद में कामयाब होने के लिए वह कुछ भी कर सकती थी।

 क्योंकि उसको गैरकानूनी रूप से पैसा कमाने का भूत सवार था।

 और उसमें उसके पिता और भाई का सहयोग था। वे लोग और उसको उकसाते थे। पैसे की भूख इतनी ज्यादा थी कि वे अपने ही मित्र की दवा की फैक्ट्री पर कब्जा कर वहां से हानि कारक ड्रग्स बच्चों और कॉलेज में सप्लाई करना चाहते थे। जिससे आने वाली पीढ़ी नष्ट हो जाए उसकी उसको कुछ उनको कुछ पड़ी नहीं थी।

दोस्त के सामने तो उनका चेहरा बहुत ही सभ्य और समाज में इज्जतदार इंसान का था।

 अंदर की बात कौन जानता है वह तो गुप्त ही रहती थी।

उनके दोस्त के एक लड़का था जो काफी अच्छा पढ़ा लिखा समझदार था। अब शैली के पिता ने शैली को बोला अगर तेरे को फैक्ट्री को अपने नाम कराना है और हमको अपना धंधा आगे बढ़ाना है तो इस लड़के से शादी करनी होगी। और वहां अपना इतना वर्चस्व बढ़ाना होगा कि तेरा साम्राज्य उस घर में हो जाए।

 फिर वह जैसा तू कहे वैसा करने लगेंगे

 धीरे-धीरे तू वह कंपनी अपने नाम पर करवा ले। बाद में तो हम हैं ही देख लेंगे उन लोगों को।

 शैली को भी यह बात जमी उसने धीरे-धीरे उस लड़के से प्यार की पींगे बढ़ाना चालू करा।

 लड़का भी दोस्त की लड़की है। पिताजी के अच्छे दोस्त हैं।

 अच्छी है घर भी अच्छा है और क्या चाहिए सोचकर उसने उससे दोस्ती करी। धीरे-धीरे प्यार भी हो गया शादी भी हो गई ।

असली खेल तो शादी के बाद चालू हुआ‌

शैली ने अपनी कूटनीति अपनाते हुए सबको अपने वश में कर लिया।

 सब उसका लोहा मानने लग गए ।

 एक तरह से उसने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था घर में जिसके लिए आई थी।

 मगर उसकी ननद जो 14, 15 साल की थी उसको अपने भाभी की बातों में कुछ ना कुछ खटकता था। क्योंकि उसको उसकी मीठी बातों में चालबाजी नजर आती थी।

 धीरे-धीरे उसका साम्राज्य पूरा फैल गया घर में।

 सास ससुर पति सब उसका लोहा मानने लगे। और उसकी बात को हमेशा सबसे आगे रखते।

 इस सब में छोटी बहन की बात तो कोई सुनता ही नहीं जैसे नक्कारखाने की तूती वाला हिसाब हो गया था। उसको कोई भाव नहीं देता था। 

एक दिन उसने बहला-फुसलाकर अपने पति और ससुर से दवा की फैक्ट्री में काम करती है उसको भी पार्टनर बना दो

बात रखी।

 सब उसकी बातों में आ गए थे उसके ससुर साहब ने बोला हां बेटी अब तो तू हमारे घर के लक्ष्मी है ।

तेरा मेरा क्या होता है तू भी पार्टनर बन जा ।

उसके काले ख्यालात के बारे में तो सोच ही नहीं सकते थे‌

 मगर

उसकी ननद के दिमाग में थोड़ा खटका हुआ। वह स्कूल गई वहाँ अपनी दोस्त से बात करी उसको अपनी परेशानी समझाई। उसने कहा मेरी बात कोई सुनने को तैयार नहीं है और अभी तक तो यह सब पर हुक्म चलाती है।

 कितना साम्राज्य फैला लिया है इसका अंदाजा भी नहीं है।

 अगर फैक्ट्री में पार्टनर बन गई तो थोड़े दिनों में हमारा जीना भी मुश्किल कर देगी। मेरे पास आज शाम तक का ही समय है।

 क्योंकि शाम को वकील घर आने वाले हैं। उसकी फ्रेंड ने कहा तू घर जा और उसको समझा कर घर भेज देती है।

 बोलती है तू पूरे दिन इस पर नजर रखना यह क्या करती है।

 ऐसा वैसा लगे तो फोन में रिकॉर्ड कर लेना क्योंकि बिना सबूत तेरे मां-बाप तेरे परिवार वाले कोई मानने वाले नहीं है।

 उसने कहा ठीक है परिवार को बचाने के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा।

 उसके घर में सब एक-एक चाबी अपनी-अपनी रखते थे‌

 दरवाजा खोल करके आने के लिए किसी को बार-बार उठना ना पड़े।

 दिन के समय उसकी मां मंदिर गई हुई थी। घर में कोई था नहीं रास्ता साफ था। शैली अपने पिताजी को अपनी कामयाबी बता रही थी।

 बोल रही थी बस पिताजी आज शाम को मेरा मकसद पूरा हो जाएगा।

 अब मैं फैक्ट्री की पार्टनर बन जाऊंगी।

 अब अपना ड्रग बेचने का धंधा इस फैक्ट्री से कर सकेंगे क्योंकि मैं पार्टनर हूं तो पूछने वाला कोई नहीं ना। और थोड़े दिनों में धोखे से पूरी फैक्ट्री अपने नाम करवा लूंगी, और फिर मैं घर आ जाऊंगी।

 उसके पिता उसको फोन पर बहुत शाबाशी दे रहे थे वेल्डन बेटा वेल्डन तेरे से यही आशा थी। तू मेरी बहुत अच्छा बेटी है।

 मेरी आशाओं पर खरी उतरी।

अब अपन बाप बेटी मिलकर ड्रग्स का धंधा चलाएंगे।

 कोई रोकने वाला नहीं होगा और भी बहुत से बातें करते हैं।

 उनको पता नहीं था कि पीछे से उसकी ननद ने आकर अपने फोन में सारी बातें रिकॉर्ड कर ली है।

 उसमें सब बात रिकॉर्ड करके चुपचाप वहां से बाहर निकल गई ।

और उस रिकॉर्डिंग को अपने पिता और भाई को अपने दोस्त को और दो चार जनों को और पुलिस को भी भेज दी।


सब लोग सतर्क हो गए पुलिस भी हरकत में आ गई कि यह गैरकानूनी धंधा करने वाले लोग हैं। 

पुलिस ने चुपचाप शक की बीना पर उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।

उनकी फैक्ट्री में जांच चालू करवा दी‌। वहां ड्रग्स का कोटा पाया गया।

वह शाम को अपने पति ससुर और वकील का इंतजार कर रही थी कि पुलिस को आते देखती है। पीछे पीछे उसके ससुर सास और पति भी होते हैं।

एकदम बौखला जाती है। बोलती है आप तो वकील को लेकर आने वाले थे ना। शाम को अपन पार्टनरशिप साइन करने वाले थे।

आप पुलिस को कैसे लेकर आ गए।

उसके पति कुछ बोलते उससे पहले ही पुलिस वाले आ गए।

 एक लेडी पुलिस ने आकर उसको हथकड़ी लगा दी।

 यू आर अंडर अरेस्ट ड्रग डीलर। हम बहुत दिनों से तुम को ढूंढ रहे थे।

वह तो एकदम भौचक्की रह गई। अरे आप यह क्या कह रहे हैं मैं तो इतनी सीधी-सादी सी लड़की हूं। सब जानते हैं इस घर में सब मेरे को बहुत मानते हैं। आप किसी से भी पूछ लो मैं कितनी अच्छी तरह सबको संभालती हूं।

 मैं कुछ नहीं कर रही हूं आपको कोई गलतफहमी हुई है।

तभी उसका पति बोलता है गलतफहमी हुई थी।

 मगर अब आंखों पर से तुम्हारे शराफत का पर्दा हट गया है। 

और उसको रिकॉर्डिंग सुनाता है यह सुनकर उसके पांव के तले जमीन खिसक जाती है ।

तभी पुलिस वाले बोलते हैं तुम्हारे पिताजी ने सारा जुर्म कबूल कर लिया है।

 अब तुम भी कबूल कर लो और चलो हमारे साथ और उसको पकड़ कर के ले जाते हैं।

 मगर उसको नहीं बताते कि यह रिकॉर्डिंग उसको कहां से मिली क्योंकि उनको छोटी बच्ची को भी सेफ रखना था।

उसका पति और मां-बाप आकर अपनी बेटी को गले लगाते हैं कि आज तो तूने बहुत बहादुरी का काम कर दिया ।

नहीं तो हम तो बहुत परेशानी में फंस जाते हैं तूने हमको बहुत बड़ी तकलीफ से निकाला है।

 हमने तेरी बात को कभी नहीं माना।

 मान लिया होता तो स्थिति यहां तक नहीं आती।

 देर आयत दुरुस्त आयत और सब शांति की सांस लेते हैं कि बला टली।

 उसने तो अपना साम्राज्य बहुत बड़ा अच्छा फैलाया था।

 मगर आज उसके साम्राज्य का अंत हो गया। जिसका उसने सोचा भी नहीं होगा।



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