स्वयं पर विश्वास
स्वयं पर विश्वास
यह तुम क्या कर रही हो ? क्या साबित करना चाहती हो ?
कोई रोज-रोज मुझे नीचा दिखाए यह बर्दाश्त नहीं, इसलिए मैंने अपनी और बेटी के आत्मसम्मान के लिए आगे बढ़ने का कदम उठाया है।लोग मुझे आपके नहीं मेरे नाम से जानेंगे।
क्या तुम कर पाओगी ?
हां ! मुझे खुद पर पूरा विश्वास है,और मैंने खुद के विश्वास पर ही आगे बढ़ने का कदम उठाया है।
मेरा यही विश्वास ही मेरा साथी है।
खुद पर किए हुए विश्वास की वजह से ही आज रेनू एक लेखिका ,कवियत्री, ब्यूटीशियन होने के साथ-साथ ऑनलाइन बिजनेस भी करती है।
आज लोग उसे उसके नाम से जानते हैं।