सरलता
सरलता
पंद्रह वर्षीय जतिन अपने मामा के घर अकेले जाने के लिए ट्रेन में बैठा। जतिन के पास एक परिवार आकर बैठ गया।
वे जतिन से बातें करके घुलमिल से गए। फिर उन्होंने टिफ़िन निकलकर खाना शुरू किया, तो जतिन को भी देना चाहा। जतिन ने मना कर दिया। क्योंकि मम्मी पापा ने अंजान लोगों से कुछ लेकर खाने से मना किया था।
तभी उस परिवार का तीन साल का बच्चा बोला,
"भैया, इस खाने में बेहोशी की दवा मिली है।"
जतिन उस बच्चे की सरलता के कारण लुटने से बच गया। उसने फ़ौरन पुलिस को बुलाया। लुटेरा परिवार पकड़ा गया।
