पहला रिश्ता
पहला रिश्ता
दिल्ली के बहुत बड़े शहर मे ईश्वंत नाम का लडका रहता था जो किसी भी तरह की नौकरी नही करता था उसकी उम्र तकरीबन तीस साल थी एक दिन खाली बैठे बैठे एक लङकी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. जिस लङकी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई वह मुम्बई की थी जिसकी उम्र 27 साल थी यूंही रोज बात होती रहती. कब बात प्यार मे बदल गई पता नही चला.
तो एक दिन उसको वह मुम्बई मिलने बुलाती लेकिन वह मना कर देता. सानिया (फेसबुक वाली दोस्त) कोई बात नही मै आ जाती हूं मैं तुमको बहुत पसंद करती हूं. सानिया दिल्ली आ जाती एक कमरा बुक कर लेती है ओर वही पर ईश्वंत को बुलाती ईश्वंत आ भी जाता ओर दोनो पूरे तरीके से हमबिस्तर हो जाते. सानिया बोलती - कभी आजतक इतना मजा नही मिला जो तुमने दिया हैं धरती पर रहकर स्वर्ग दिखा दिया. ईश्वंत बोला - हट पगली.
यूंही चलता गया वह दोनो कही दिनो तक सेक्स करते रहते. सानिया के पास पैसों की कोई कमी नही थी बस उसको एक हमसफर चाहिए था जो उसको सुख से भर सके. एक दिन सानिया बोलती - अब शादी कर लेते है कब तक यूंही चलता रहेगा. ईश्वंत बोला- पहले मै मम्मी - पापा से बात कर लेता हूं. सानिया बोली - हम दोनो मुम्बई शिफ्ट हों जायेगे शादी के बाद वही रहेंगे क्योंकि वहां मेरे पापा का बहुत बडा प्लॉट हैं जहां हम दोनो रहेंगे. ईश्वंत ओर सानिया की शादी हों जाती दोनो मुम्बई शिफ्ट हों जाते। सानिया से एक दिन ईश्वंत ने बोला - कि मम्मी पापा को भी यही बुला लेते है। सानिया बोली - बुला लो लेकिन उसको दिल्ली का प्लॉट बेच कर यही एक प्लॉट ले लेंगे. तो सानिया के पिता के जरिए एक प्लॉट की व्यवस्था करते जो सानिया के घर से थोड़ा सा दूर होता है। सानिया को समय चाहिए था जिससे वह ईश्वंत के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बीता सके. सानिया के पिता का अरबों का कारोबार था. सानिया के पिता एक अच्छी आदत थी वह किसी के साथ भेदभाव नही करते थे.
शिक्षा : ज़िन्दगी मे आनंद ही सबसे बडा स्वर्ग है.