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khemu parashar

Others

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ऑनलाइन पढ़ाई और शिक्षक

ऑनलाइन पढ़ाई और शिक्षक

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 बात पिछले शिक्षक दिवस की है, मैं सोच रहा था कि कई दिन हो गए  गुरूजी अमर सिंह जी जो कि एक शिक्षक है उनसे मिला नहीं। सोचा क्यों ना आज उनसे मिल लिया जाए, वैसे भी आज शिक्षक दिवस है। जैसे ही मैं उनके घर पहुंचा उनकी पत्नी ने दरवाजा खोला और कहा, आप सोफे पर बैठिए है, क्लास खत्म होते ही वे बाहर आ जाएंगे। लगभग पांच मिनट गुजर जाने के बाद गुरूजी अमर सिंह जी एक चेहरे पर परेशानी का भाव रखकर बाहर आए। मैंने चरण स्पर्श किये और नमस्ते कहा। उन्होंने कहा आओ बेटा कैसे हो। गुरूजी क्लास खत्म होने के बाद जिस कक्ष से निकले थे उससे उनके पीछे एक भी बच्चा नहीं आया। लगभग आठ - दस मिनट के बाद एक शख्स आया जो एक तकनीशियन मालूम पड़ रहा था। मैंने इसके बारे में पूछा तो गुरुजी ने कहा, यह मेरा कैमरामैन है और फिर अपनी दुख भरी कहानी सुनाई । मुझसे कहा शिक्षक का कार्य करते हुए लगभग पूरा जीवन निकल गया । प्रत्येक तरह के विद्यार्थी को पढ़ाया । किसी के साथ कम संघर्ष करना पड़ा तो किसी के साथ अधिक लेकिन जब से यह ऑनलाइन पढ़ाई शुरु हुई है इन कैमरों को पढ़ाना बड़ा मुश्किल हो गया है। कभी कैमरामैन कहता है, आपका एंगल सही नहीं है। कभी लाइट सही नहीं है। कभी बोर्ड पर प्रकाश कम कम है । किसी चीज को पढ़ाते समय ना तो यह समझ आता कि पढ़ाया गया समझ आया या नहीं। किस से पूछे इन कैमरों से या इन मशीनों से । कभी कभी तो कुछ तकनीकी गलतियों के कारण एक ही चीज को दस से ज्यादा बार समझाना पड़ता है। इससे अच्छा तो दस बार किसी कमजोर विद्यार्थी को समझाएं तो उसका भला होगा । इन मशीनों का क्या भला हो सकता है ? वाकई गुरुजी की बातें बिल्कुल वास्तविक धी। ऑनलाइन स्टडी में हम अध्यापकों को पढ़ाता हुआ तो देखते हैं लेकिन उनकी वास्तविक मेहनत छुप जाती है। इसके साथ ही पढ़ाई के लिए शिक्षक को 'धन्यवाद शिक्षक' तक नहीं करते है। वही लाइक, कमेंट के लिए हाथ बढ़ाते है ।


शिक्षक दिवस

धन्यवाद शिक्षक



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