sargam Bhatt

Tragedy

3  

sargam Bhatt

Tragedy

मेरा वीर

मेरा वीर

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कमरे में लगे वीर के फोटो को एकटक निहार रही थी,.....!!!!! ऐसे लग रहा था जैसे वीर अभी बोल पड़ेगा, मम्मा क्यों रो रही हो? जैसे वह मेरे दुखी होने पर बोलता था हमेशा।क्या कसूर था उसका? क्यों छीन लिया भगवान तुमने मेरे बच्चे को? अभी तो उसने ठीक से दुनिया भी नहीं देखा था,"....!!!!! उम्र ही क्या थी उसकी अभी"", सिर्फ बारह साल।


जब छीनना ही था तो तूने दिया क्यों? आखिर क्यों मेरी सोई हुई ममता को जगा कर मार दिया? निमिषा रोते हुए लगातार भगवान से शिकायतें करती जा रही थी.....!!!!!

कितना हंसता खेलता परिवार था मेरा, ना जाने किसकी नजर लग गई"! आनंद मैं और शादी के सात साल बाद बड़ी मन्नतों से पैदा हुआ वीर!!!!!


आनंद और निमिषा दोनों ही अनाथ थे, दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे,""और दोनों आत्म निर्भर थे",......!!! इसीलिए वहां की संचालिका ने दोनों की शादी करवा दी।शादी के सात साल बाद बड़ी मन्नत से वीर का जन्म हुआ था, दवा दुआ कोई कसर नहीं छोड़ी उन दोनों ने"आखिर भगवान ने सुन ली और सात साल बाद वीर का जन्म हुआ।


दोनों ही खूब प्यार करते थे उससे, निमिषा ने नौकरी भी छोड़ दी उसकी परवरिश के लिए"...! आनंद भी ऑफिस से आने के बाद पूरा टाइम देता था उसे।सब मिलाकर तीनों अपनी जिंदगी में बहुत खुश थे, धीरे-धीरे समय बीतता गया वीर स्कूल जाने लायक हो गया",!!! अब तो वह स्कूल भी जाता था, लेकिन अचानक उसकी तबीयत बार-बार बिगड़ने लगी।


कभी तेज बुखार हो जाता तो कभी सर में तेज दर्द,"...!!! धीरे धीरे हर तीसरे दिन ऐसा होने लगा।आनंद ने गंभीर समस्या को देखते हुए वीर को बड़े डॉक्टर को दिखाया, डॉक्टर ने जांच की और रिपोर्ट आने तक इंतजार करने को कहा।

रिपोर्ट आया तो उन दोनों के पैरों तले जमीन खिसक गई, वीर को बारह साल की उम्र में ही कैंसर था"....!!!!!! वह भी लास्ट स्टेज।


उसे बचाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी था, फिर भी डॉक्टर हर संभव कोशिश में लगे थे......!! लगातार एक महीने अपनी बीमारी से लड़ते हुए वो अपनी जिंदगी की जंग हार गया।आनंद और निमिषा की तो दुनिया ही लुट गई, आनंद दुखी था फिर भी निमिषा को संभाल रहा था"!! पुरुषों को कहां हक होता है रोने का।टूटे हुए दिल से वह अपने ही बेटे का अपने हाथ से अंतिम संस्कार करके आया था, सब लोग उसकी फोटो पर पुष्प अर्पित कर उसे श्रद्धांजलि दे रहे थे,"""!!!!!


लेकिन निमिषा तैयार ना थी,....!!! बस उसे यही एहसास था अभी वीर आएगा,"...और कहेगा...!!! चलो ना मम्मा पापा आइसक्रीम खाने चलते हैं।।


(सबसे दुखदाई होता है वह समय जब किसी मां बाप का बच्चा उसकी आंखों के सामने ही इस दुनिया से चला जाता है)



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