मैं मेरा दोस्त और सिगरेट।
मैं मेरा दोस्त और सिगरेट।
मैं और मेरा दोस्त बाजार जा रहे थे। मेरा नाम सुमित और दोस्त का संजय था। साथ में संजय का बेटा रवि भी था। रवि आठ साल का मासूम बच्चा था।
हम बाजार पहुंच गए थे। रवि ने कुल्फी खिलाने को कहा। संजय ने ये गंदी चीज़ है कहकर मना कर दिया। अब सामने एक टाफियों और चाकलेट की
दुकान थी। रवि ने टाफियों के लिए कहा। संजय ने कहा कि टाफी खाने से दांत खराब होते हैं। अब हम थोड़ा आगे आ चुके थे।
रवि ने कोल्ड ड्रिंक मांगी। संजय ने कहा कि कोल्ड ड्रिंक पीने से गला खराब होता है।
तभी संजय पान की दुकान पर चला गया। संजय ने पान वाले से एक सिगरेट की डब्बी पीने के लिए खरीदी। और एक सिगरेट निकाल कर पीने लगा।
रवि ये सब बहुत ध्यान से देख रहा था। उसने कहा पापा जी टाफी खाने, कोल्ड ड्रिंक पीने से और कुल्फी खाने से सेहत खराब होती है तो आप मुझे भी एक सिगरेट पीने को दीजिए ना और ये तो आप भी पी रहे हैं तो मैं भी पियूंगा। संजय ये सुनकर हक्का-बक्का रह गया। उसके पास रवि की बात का कोई जवाब नहीं था। उसने मेरी तरफ देखा और मुंह घुमा लिया। मैंने उसे कितनी बार ये सब दुर्व्यसन छोड़ने को कहा पर उसने मेरी एक नहीं मानी। वो बहुत शर्मिन्दा था और रवि से आंखें नहीं मिला पा रहा था। आज उसे एक बहुत बड़ा सबक मिल गया था।