औरत तुम यूं ही मध्यम मार्गी बने रहना….. इसी गृहस्थ आश्रम से एक रास्ता सिद्धाश्रम तक भी जाता है…. जहा... औरत तुम यूं ही मध्यम मार्गी बने रहना….. इसी गृहस्थ आश्रम से एक रास्ता सिद्धाश्रम...
आलोक रोशनी के बाजू में सो रही परी की ओर इशारा करते हुए कहते हैं - "वो बोल नहीं सकती तो क्या हुआ लेकि... आलोक रोशनी के बाजू में सो रही परी की ओर इशारा करते हुए कहते हैं - "वो बोल नहीं स...
मेरे हाथ से चींटियाँ धीरे धीरे परी के हाथ पर चढ़ने लगी थीं… मैं एक एक करके चींटियों को उसके हाथ से नि... मेरे हाथ से चींटियाँ धीरे धीरे परी के हाथ पर चढ़ने लगी थीं… मैं एक एक करके चींटिय...