कुछ कहना था।
कुछ कहना था।
अक्सर कई बात हमारी अधूरी रह जाती है, कहना चाहतें हैं पर कह नहीं पाते। ऐसा क्यों होता है? शायद हम यह सोचते रह जाते हैं कि कहीं उन्हें इस बात का बुरा न लग जाए। अब बात कहनी भी है और नहीं भी।
मीरा अपने जीवन में कभी हार नहीं मानने वाली लड़की है, लेकिन उसे इस बात की भी जानकारी थी, कि वह एक ऐसे परिस्थिति से जूझ रही थी जिसका कोई हल नहीं था। मीरा एक पढ़ी लिखी होनहार लड़की थी। उसकी शादी एक अच्छे लड़के से हुई थी, वह दोनों ही एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे। इस तरह से दोनों अपने अपने क्षेत्र में कामयाब और सफल थे। जीवन में उन्हें और खुशी मिली और वह एक जिम्मेदार माता-पिता बने। उन्होंने ने अपने बच्चे की परवरिश खुब अच्छे से की। लेकिन उन्हें यह लगने लगा कि उन्होंने ने अपने लिए समय ही नहीं बचाएं। इस बात को लेकर उन दोनों में कई बहस भी हुए कि वह धक गए और कुछ समय वह खुद के लिए चाहते हैं लेकिन वह अपने बच्चे की जिम्मेदारी को भी नहीं छोड़ सकते थे।
समय बीतता गया और उन दोनों के बीच हुए मनमुटाव भी बढ़ते गए। उन दोनों को एक साथ रहे आज ४९ वर्ष पुरे हो गए। उन्हें लगता था, कि उन्होंने ने अपने जीवन में सब कुछ किया था सिवाय खुद को समय देने के। उनके बच्चे अपने जीवन में खुश थे। और अपने जीवन में कामयाब भी। एक शाम मीरा अपने पुराने बातों को याद कर रही थी, तब उसे इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने ने अपना सारा समय मुझे दिया और फिर भी मैं अपने लिए समय चाहती थी। जब भी मैं अपने लिए कुछ करने के लिए सोचती उसके पहले ही वो मुझे लाकर दे देते थे। और मुझे लगता की उन्होंने ने मुझे अपने लिए कुछ करने नहीं दिया। और ये उनका मेरे लिए प्यार ही था, जिसे मैं समझ नहीं पाई। उन्होंने ने मेरे समय को अपना बना लिया था, और मैं समझती थी कि मैं अपने लिए कुछ नहीं कर पाई क्योंकि कि मुझे उनको अपना सारा समय देना पड़ता था। आज ये सारी बातें सोचकर ऐसा लग रहा है, कि उनसे जाकर माफी मांगू। मै अपने शादी के ५०वे सालगिरह पर उनसे ये सब कुछ कह दुंगी। मीरा ने यह सब सोचकर यह निर्णय लिया कि वह अपने पति से माफी मांगेगी।
बच्चों ने मिलकर बहुत अच्छी तैयारी की थी, मीरा और उसके पति को बंधाई देने के लिए सारे मेहमान भी आ गए थे। सभी बहुत उत्साहित हो रहे थे, उन दोनों को देखने के लिए। जब वह दोनों आए तो लोगो ने उन दोनों को खुब बधाई दी। उन दोनों ने मिलकर केक काटा और एक दूसरे को खिलाया। और एक दूसरे के साथ नाचे भी। तब मीरा को लगा कि यही सही समय है कि वह इनसे माफी मांग लें। अचानक मीरा का पति जमीन पर गिर गया और उसकी तत्काल मृत्यु हो गई। जो बात उसे कहनी थी वह कह न सकी।
