सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4.6  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

धोखा या सच्चा प्यार

धोखा या सच्चा प्यार

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बदल रहा है रंग मेरे महबूब का दिन-ब-दिन, 

सुना है वातावरण में प्रदूषण बहुत हो रहा है, 


गुलशन में जो फूल खिले कांटों में बदल गए, 

उदास चेहरे पर हंसी देख दिल बहुत रो रहा है, 


सबने माना कि तेरे प्यार के काबिल नहीं हूँ मैं, 

पर तेरे जाने के बाद यहाँ बहुत कुछ बदल रहा हैI


प्यार के बारे में सबका दृष्टिकोण अलग -अलग होता है। कोई इसे सच्चा प्यार करता है I कोई से धोखा कहता हैI विरांत और सुरेखा की कहानी कुछ इस तरह की है।  किसने किससे सच्चा प्यार किया और किसने किसको धोखा दिया इस कहानी को पढ़कर ही समझ पाएंगे I


विरांत एक कंपनी में मैनेजर की नौकरी करता था I सुरेखा एक गरीब घर की लड़की थी,जो उस कंपनी में एक मामूली स्टाफ़ थी I विरांत का उठना बैठना बड़े-बड़े लोगों के साथ था I सुरेखा से उसकी कभी मुलाकात नहीं हुई थी अभी तक I जबकि दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे I शायद स्टेटस का फर्क था इसलिएI... 

विरांत को अक्सर काम के सिलसिले में शहर से बाहर रहना पड़ता था I

सुरेखा के पिता विरांत के ड्राइवर थे I पर विरांत को यह नहीं पता पता था सुरेखा उसी कंपनी में काम करती हैI पर सुरेखा यह सब जानती थी, सुरेखा छिप- छिपकर विरांत को देखा करती थी, और मन ही मन उससे प्यार करने लग गई I सुरेखा ने अपने दिल की बात किसी को नहीं बताई, 

एक दिन मीटिंग के दौरान सुरेखा और विरांत आपस में टकरा गए I सुरेखा विरांत को देखती ही रह गई I विरांत ने जब सुरेखा की तरफ देखा उसकी आंखों में वो खो -सा गया I  

विरांत ने सुरेखा के बारे में पता करवाया उसे पता चला सुरेखा काफी साल से उसी कंपनी में काम करती हैI अब विरांत और सुरेखा रोज मिलने लगे और यह रोज का मिलना धीरे धीरे प्यार में बदल गया I विरांत उसे अकसर अकेले में मिला करता था I सुरेखा उसे पहले से ही चाहती थी ,और विरांत ने जब आगे से उससे कहा कि -"वो उससे प्यार करता है"I तो जैसे उसके सपने ही साकार हो गए I उसके दिल में जो था वह बात अब पूरी हो गई सुरेखा सच्चे दिल से विरांत को प्यार करते थीI 

धीरे-धीरे उनका प्यार परवान चढ़ गया I सुरेखा जब भी उससे शादी की बात करती विरांत टाल देता था I ऐसा करते हुए चार पांच साल निकल गएI अब सुरेखा के घर में शादी की बात चलने लगी थीI पिता को खबर हुए कि सुरेखा उसके मालिक विरांत से प्यार करती है।

सुरेखा के पिता ने सुरेखा से कहा-" तुम विरांत का साथ छोड़ दो, वह पहले से ही शादीशुदा है I सुरेखा ने सुना तो उसके पैरों तले जमीन ना रही, उसने तुरंत विरांत से बात करने की सोची, उसे पिता की बातों पर विश्वास नहीं हो रहा था, 

सुरेखा अगले दिन सीधा विरांत के केबिन में पहुंच जाती है, वहाँ जो देखती है उसने सपने में भी नहीं सोचा था विरांत अपने पत्नी और बच्चों के साथ बहुत खुश नजर आ रहा था सुरेखा ने तय कर लिया अब वह विरांत से कभी नहीं मिलेगी और उसने वह कंपनी छोड़ दी, 

(विरांत को पता चला कि सुरेखा ने काम छोड़ दिया है सुरेखा के बारे में पता भी करवाया लेकिन उसका कुछ अता -पता नहीं था विरांत कुछ परेशान सा लग रहा था आखिर क्या बात थी ?जबकि वह शादीशुदा था तो सुरेखा से प्यार क्यों करता था ?उसने सुरेखा को धोखा क्यों दिया? ) 


विरांत को अभी तक नहीं पता था सुरेखा के पिता उसके ड्राइवर हैं, 

एक दिन सुरेखा के पिता ने विरांत से उनकी परेशानी का कारण पूछ ही लिया। विराट को उनसे कुछ अलग ही लगाव था I जब उन्होंने वेदांत की सभी बातें सुनी उन्होंने कहा - " साहब सुरेखा मेरी बेटी है ,और मैंने ही आपसे दूर रहने के लिए से कहा था, क्योंकि आप पहले से ही शादीशुदा हैं " 

विरांत ने कहा आपकी सभी बातें सही है ,पर मेरी पत्नी से मेरा डिवोर्स हो चुका हैI अब हम दोनों सिर्फ अपने बच्चों के साथ ही मिलते हैं I और हम अलग अलग ही रहते हैंI विरांत ने पूछा सुरेखा कहाँ है? उन्होंने कहा सुरेखा की शादी हो गई है ,और वह अपने परिवार में खुश है I

विरांत के मुख पर एक सन्नाटा सा छा गया.......... 

सुरेखा आज भी उस भ्रम में जी रही है विरांत ने उसके साथ धोखा दिया, 

और विरांत ने उसे इसलिए कुछ नहीं बताया कि उसकी बसी हुई जिंदगी खराब ना हो......



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