आज फिर एक बार
आज फिर एक बार
आज फिर उसे अस्पताल में लाया गया। उसके खून से लथपथ शरीर की तस्वीरें ली गई। उसके माता-पिता से उसके इतनी रात को अकेले बाहर जाने की वजह पूछी गई।
उसके पुरूष मित्रों से उसके संबंध को लेकर द्विअर्थी सवाल पूछे गए। उसके लिए कैंडल मार्च निकाला गया। उसके नाम पर दान कोष खोल दिया गया लेकिन किसी ने उसके अपराधियों के संस्कारों पर उंगली तक नहीं उठाई। एक बार फिर...…..